मुख्य राजस्व अधिकारी द्वारा निलम्बन की कार्रवाई के खिलाफ लेखपालों का धरना
जन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर नाराज जिलाधिकारी ने दिया था निलंबन का आदेश

मुख्य राजस्व अधिकारी द्वारा निलम्बन की कार्रवाई के खिलाफ लेखपालों का धरना
जन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही पर नाराज जिलाधिकारी ने दिया था निलंबन का आदेश
प्रयागराज/कोरांव, जन शिकायतों के निस्तारण में लापरवाही और आई जी आर एस की शिकायतों में गंभीरता न दिखाने वाले विभिन्न तहसीलों के 16 लेखपालों के निलंबन की कार्यवाई के खिलाफ कोरांव में आज लेखापाल संघ ने विरोध जताते हुए धरना दिया। जिलाधिकारी प्रयागराज के निर्देश पर मुख्य राजस्व अधिकारी ने 16 लेखपालों को कार्य शिथिलता में निलंबित किया है। उधर लेखपाल संघ भी इस कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है।
अहिल्याबाई होलकर की जयंती में शामिल होने आए सांसद उज्ज्वल रमण सिंह से भी स्थानीय लोगो ने शिकायत दर्ज कराया था की स्थानीय लेखपालों के रवैए से लोगो को सफर करना पड़ रहा है।
आई जी आर एस में कार्य लापरवाही के चलते उच्च अधिकारियों की फजीहत हो रही थी। यही नहीं आरोप तो यह भी लगते रहे है की स्थानीय होने के नाते लेखपाल अपनो को नियम विरुद्ध फायदा भी पंहुचा रहे है। दर्जनों की संख्या में इसे मामले प्रकाश में आए है उनकी शिकायत भी हुई है लेकिन एडीएम स्तर से लापरवाही लोगो के लिए दुख का कारण बन जाती है।
अधिवक्ता एवं पत्रकार बब्बन बागी से इस विधय पर वार्ता हुई तो उनका आरोप है की इसी तहसील के रहने वाले कई लेखपाल अपने आसपास सिंडीकेट बनाकर काम कर रहे है और लगातार गलत तरीके से सरकारी भूखंडों, तालाबों आदि में फर्जी रिपोर्ट के आधार पर कब्जे किए जा रहे है। अगर किसी वादकारी ने इनसे ज्यादा कानून बताया तो उसके साथ लेखपालों द्वारा मारपीट झगड़ा जैसी हरकते भी की जाती है। इन्ही सब के चलते कोरांव के दो लेखपालों का भी निलंबन हुआ तो लेखपाल संघ विरोध प्रदर्शन कर रहा है तो क्या अब जिलाधिकारी के निर्णय के खिलाफ जा रहे है कोरांव के लेखपाल।